परिसीमा अधिनियम 1963
(Limitation act 1963)
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1963 का अधिनियम संख्यांक 36
(Act no. 36 of 1963)
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भाग 1
(Part 1)
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प्रारम्भिक
(Preliminary)
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"परिसीमा अधिनियम, 1963" की धारा 1 किस विषय से संबंधित है?
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संक्षिप्त नाम, विस्तार और प्रारम्भ
(Short title, extent and commencement)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 पूरे भारत में कब से लागू हुआ?
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1 जनवरी 1964
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परिसीमा अधिनियम, 1963 का विस्तार कहाँ तक है?
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सम्पूर्ण भारत
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“परिसीमा अधिनियम, 1963” का अधिनियम संख्या (Act Number) क्या है?
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अधिनियम संख्या 36, वर्ष 1963
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परिसीमा अधिनियम, 1963 का उद्देश्य मुख्यतः क्या है?
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न्यायिक मामलों की समय-सीमा सुनिश्चित करना
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किस निर्णय में कहा गया कि “परिसीमा अधिनियम कानूनों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए”?
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राजेंद्र सिंह बनाम सांता सिंह, एआईआर 1973 एससी 2537
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किस निर्णय में कहा गया कि “परिसीमा अधिनियम कानून केवल उपाय (remedy) को समाप्त करता है, अधिकार (right) को नहीं”?
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गोपाल दास बनाम संत राम
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"परिसीमा अधिनियम, 1963" किस अधिनियम का स्थान लेता है?
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परिसीमा अधिनियम, 1908
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परिसीमा अधिनियम की कौन सी धारा में "आवेदक" (applicant) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(क)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 2(क) में "आवेदक"(applicant) किसे कहा गया है?
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वह व्यक्ति जो आवेदन करता है
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परिसीमा अधिनियम की धारा 2(क) के अनुसार "आवेदक" (applicant) में कौन सम्मिलित होता है?
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अर्जीदार,
वह व्यक्ति, जिससे या जिसके माध्यम से आवेदक आवेदन करने का अपना अधिकार व्युत्पन्न करता है,
वह व्यक्ति जिसकी सम्पदा का प्रतिनिधित्व आवेदक द्वारा निष्पादक, प्रशासक या अन्य प्रतिनिधि के तौर पर किया जाता है|
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धारा 2(क) के अनुसार आवेदक"( applicant) में किसे भी सम्मिलित किया गया है?
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मृतक का उत्तराधिकारी
वह व्यक्ति जो प्रासंगिक आवेदन करता है आवेदनकर्ता का विधिक प्रतिनिधि
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केरल राज्य विद्युत बोर्ड बनाम टी.पी. कुन्हालिउम्मा, एआईआर 1977 एससी 282 में सर्वोच्च न्यायालय ने किस विषय पर प्रकाश डाला?
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परिसीमा अधिनियम सभी प्रकार की याचिकाओं पर लागू होता है और "आवेदक" व्यापक अर्थ में प्रयुक्त होता है
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क्या आवेदक"( applicant) की परिभाषा में वह व्यक्ति भी सम्मिलित होता है जो दूसरे के लिए आवेदन करता है?
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हाँ, यदि वह विधिक प्रतिनिधि है
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परिसीमा अधिनियम की व्याख्या करते समय आवेदक"( applicant) शब्द को कैसे देखा जाना चाहिए?
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व्यापक दृष्टिकोण से ना की संकुचित दृष्टिकोण से
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क्या कंपनी भी आवेदक"( applicant) की श्रेणी में आती है?
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हाँ, यदि वह आवेदन प्रस्तुत करे
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किस निर्णय में कहा गया कि विधिक प्रतिनिधि भी आवेदक की परिभाषा में आता है?
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हरिहर नाथ बनाम भारतीय स्टेट बैंक, एआईआर 2000 एससी 2452 में
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परिसीमा अधिनियम की कौन सी धारा में “आवेदन” (Application) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(ख)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 2(ख) में “आवेदन” (Application) का क्या अर्थ है?
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न्यायालय में लिखित रूप में प्रस्तुत कोई भी अर्जी
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परिसीमा अधिनियम, 1963 के अनुसार क्या “आवेदन” (Application) का अर्थ केवल दीवानी प्रकृति के लिए है?
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नहीं, यह अन्य प्रकृतियों पर भी लागू हो सकता है
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क्या “आवेदन” में वह आवेदन भी सम्मिलित होता है जो मध्यस्थता न्यायाधिकरण (Arbitration Tribunal) को प्रस्तुत किया गया हो?
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हाँ, यदि वह न्यायालय की प्रकृति रखता हो
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किस निर्णय में कहा गया कि आवेदन” शब्द की व्याख्या व्यापक रूप से की जानी ?
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केरल राज्य विद्युत बोर्ड बनाम टी.पी. कुन्हालिउम्मा, एआईआर 1977 एससी 282
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क्या “आवेदन” (Application) की परिभाषा में निष्पादन याचिका भी शामिल है?
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हाँ
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किस निर्णय में कहा गया कि आवेदन” सभी विधिक प्रकृतियों में लागू होता है?
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“गुलाबचंद छोटेलाल पारीख बनाम बॉम्बे राज्य, एआईआर 1965 एससी 1153
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क्या “आवेदन” में वह याचिका भी शामिल होती है जो किसी विशेष अधिनियम (Special Act) के अंतर्गत दायर की गई हो?
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हाँ, जब तक उस विशेष अधिनियम में विपरीत प्रावधान न हो
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क्या “आवेदन” (Application) में अंतरिम राहत (interim relief) के लिए दायर आवेदन भी शामिल है?
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हाँ
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परिसीमा अधिनियम की धारा 2(ख) में “आवेदन” (Application) शब्द का प्रयोग किस रूप में किया गया है?
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व्यापक
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परिसीमा अधिनियम की कौन सी धारा में "विनिमय पत्र"(Bill of Exchange) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(ग)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 2(ग) के अनुसार "विनिमय पत्र"(Bill of Exchange) की परिभाषा किस अधिनियम से ली गई है?
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परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881
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"विनिमय पत्र"(Bill of Exchange) का मुख्य उद्देश्य क्या होता है?
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किसी एक व्यक्ति को अन्य व्यक्ति को निश्चित राशि का भुगतान करने का निर्देश देना
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विनिमय पत्र (Bill of Exchange) में कितने पक्ष होते हैं?
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3
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क्या प्रोमिसरी नोट “विनिमय पत्र” (Bill of Exchange) है?
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नहीं
(नोट: प्रोमिसरी नोट और विनिमय पत्र अलग-अलग हैं)
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किस निर्णय में कहा गया कि यदि “विनिमय पत्र” (Bill of Exchange) पर कोई भुगतान नहीं किया गया, तो परिसीमा प्रारंभ तब मानी जाएगी जब भुगतान का समय आया और भुगतान नहीं हुआ ?
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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बनाम दलपत गौरीशंकर उपाध्याय, एआईआर 1992 गुजरात 4
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क्या एक स्टाम्प रहित विनिमय पत्र (Bill of Exchange) परिसीमा अधिनियम के तहत मान्य है?
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नहीं
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यदि विनिमय पत्र (Bill of Exchange)एक पोस्ट-डेटेड चेक के रूप में है, तो परिसीमा अवधि किस दिन से शुरू होती है?
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उस दिन से जब उस पर तारीख अंकित हो
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परिसीमा अधिनियम में "विनिमय पत्र" (Bill of Exchange) शब्द का उपयोग किन प्रयोजनों से किया गया है?
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भुगतान की बाध्यता निर्धारित करने के लिए
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किस निर्णय में कहा गया कि चेक विनिमय पत्र (Bill of Exchange) नहीं है?
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लक्ष्मी फाइनेंस एंड लीजिंग बनाम पंजाब नेशनल बैंक, एआईआर 1991 एमपी 47
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क्या विनिमय पत्र (Bill of Exchange) "लेन-देन का लिखित प्रमाण होता है?
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हाँ
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क्या इलेक्ट्रॉनिक रूप में तैयार “विनिमय पत्र” (Bill of Exchange) परिसीमा अधिनियम में मान्य है?
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हाँ, यदि उस पर डिजिटल हस्ताक्षर हो
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“विनिमय पत्र” (Bill of Exchange) की परिसीमा (limitation) अवधि आमतौर पर कितनी होती है?
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3 वर्ष
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परिसीमा अधिनियम की कौन सी धारा में "बन्धपत्र"(Bond) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(घ)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 2(घ) के अनुसार "बन्धपत्र" (Bond) का क्या तात्पर्य है?
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ऐसा विलेख जिसमें धन चुकाने का प्रतिज्ञा हो
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क्या "बन्धपत्र"(Bond) एक परक्राम्य लिखत होता है?
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नहीं
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"बन्धपत्र"(Bond) की परिसीमा अवधि क्या होती है?
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12 वर्ष (यदि बन्धपत्र पंजीकृत है और ऋण सुरक्षित है)
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यदि "बन्धपत्र"(Bond) में स्पष्ट रूप से कोई समय अवधि उल्लिखित नहीं है, तो परिसीमा कब से प्रारंभ होगी?
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जब दायित्व उत्पन्न हुआ
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किस निर्णय में कहा गया, यदि बन्धपत्र में केवल प्रतिज्ञा हो पर कोई समय नहीं लिखा गया हो, तो दायित्व तुरंत उत्पन्न होता है?
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शंकर दत्तात्रेय लाड बनाम राधाबाई, एआईआर 1987 बीओएम 46
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धारा 2(घ) में उल्लिखित बन्धपत्र"(Bond) की किस श्रेणी को परिसीमा अधिनियम मान्यता देता है?
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लिखित,
हस्ताक्षरित और
बिना शर्त/शर्तपूर्ण भुगतान वाला विलेख
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किस निर्णय में कहा गया कि, बन्धपत्र पर केवल हस्ताक्षर पर्याप्त है यदि वह स्पष्ट और निश्चित हो?
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रामा राव बनाम वेंकट सूर्यनारायण, AIR 1951 Mad 1060
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क्या मौखिक बन्धपत्र"(Bond) परिसीमा अधिनियम के अंतर्गत आता है?
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नहीं
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बन्धपत्र"(Bond) किस अधिनियम के अंतर्गत अन्य कानूनी मान्यताओं को भी स्पर्श करता है?
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भारतीय साक्ष्य अधिनियम नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट रजिस्ट्रेशन एक्ट
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बन्धपत्र"(Bond) में “शर्त की पूर्ति पर भुगतान” का क्या तात्पर्य होता है?
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जब कोई निश्चित घटना घटित हो
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यदि बन्धपत्र"(Bond) को निष्पादित करने वाला व्यक्ति मृत हो जाए, तो परिसीमा किसके विरुद्ध लागू होगी?
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उसके उत्तराधिकारियों के विरुद्ध
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परिसीमा अधिनियम की कौन सी धारा में "प्रतिवादी” (Defendant) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(ङ)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 2(ङ) के अनुसार “प्रतिवादी” (Defendant) कौन होता है?
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जिस पर वाद लाया गया है
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क्या प्रतिवादी” (Defendant) में कोई व्यक्ति शामिल हो सकता है जो केवल एक आवेदन (Application) में पक्षकार है?
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हाँ
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क्या परिसीमा अधिनियम की दृष्टि में मृत व्यक्ति को प्रतिवादी” (Defendant) माना जा सकता है?
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नहीं
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किस निर्णय में कहा गया कि, प्रतिवादी” (Defendant) के विरुद्ध वाद दायर करने के लिए परिसीमा तब शुरू होती है, जब अधिकार का उल्लंघन होता है?
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पंजाब राज्य बनाम गुरदेव सिंह, एआईआर 1991 एससी 2219 के
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क्या परिसीमा अधिनियम केवल “मुख्य प्रतिवादी” पर लागू होता है?
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नहीं
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यदि किसी वाद में कई प्रतिवादी” (Defendant) हैं, तो परिसीमा की गणना किसके अनुसार की जाती है?
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सभी के लिए अलग-अलग
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किस निर्णय में कहा गया कि, यदि कोई प्रतिवादी गलत ढंग से हटा दिया गया है, तो वाद पर असर नहीं पड़ेगा वाद चालू रहेगा?
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भगवान सिंह बनाम राजस्थान राज्य, एआईआर 1976 राज 12
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क्या कोई विधिक संस्था (जैसे कंपनी, सोसाइटी) भी " प्रतिवादी” (Defendant) मानी जा सकती है?
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हाँ
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क्या “प्रतिवादी” (Defendant) की परिभाषा में वह व्यक्ति शामिल है जो केवल नाममात्र का पक्षकार हो?
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हाँ
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यदि कोई व्यक्ति मुकदमे के बाद में प्रतिवादी” (Defendant) के रूप में जोड़ा जाता है, तो उसके विरुद्ध परिसीमा की गणना कब से होगी?
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जब उसे प्रतिवादी बनाया गया
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किस निर्णय में कहा गया कि, प्रतिवादी” (Defendant) को समन की तिथि से वाद की जानकारी मानी जाती है?
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राम लाल बनाम रीवा कोलफील्ड्स लिमिटेड, एआईआर 1962 एससी 361
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यदि कोई व्यक्ति अनुपस्थित है और उसके विरुद्ध वाद चलता है, तो क्या वह " प्रतिवादी” (Defendant) कहलाएगा?
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हाँ
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क्या सरकार किसी वाद में प्रतिवादी” (Defendant) " हो सकती है?
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हाँ
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क्या एक ही वाद में एक से अधिक प्रतिवादी” (Defendant) हो सकते हैं?
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हाँ
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परिसीमा अधिनियम की कौन सी धारा में “सुखाचार” (easement) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(च)
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परिसीमा अधिनियम के अनुसार “सुखाचार” (easement) का क्या तात्पर्य है?
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किसी व्यक्ति को दूसरों की संपत्ति पर सीमित उपयोग का अधिकार
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“सुखाचार” (easement) किस प्रकार का अधिकार होता है?
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सीमित उपयोग का अधिकार
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खेत की सिंचाई के लिए नाली का उपयोग किसका उदाहरण है?
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“सुखाचार” (easement) का
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“सुखाचार” (easement) प्राप्त करने का कौन-सा प्रमुख आधार है?
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लम्बे समय से शांतिपूर्ण प्रयोग
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“सुखाचार” (easement) का उपयोग कितने वर्षों तक लगातार करने पर वैध सुखाचार माने जाने की संभावना होती है?
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20 वर्ष
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क्या “सुखाचार” (easement) को बेचा जा सकता है?
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केवल तब, जब वह संपत्ति के साथ जोड़ा गया हो
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किस निर्णय में कहा गया कि सुखाचार का उपयोग शांतिपूर्ण व लगातार होना चाहिए?
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"गंगा प्रसाद बनाम दुर्गा दत्त" AIR 1970 सभी 446
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सुखाचार के अधिकार और हस्तक्षेप किस केस से सम्बंधित है?
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“नायर सर्विस सोसाइटी बनाम के.सी. अलेक्जेंडर” AIR 1968 SC 1165
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यदि कोई व्यक्ति मार्ग के रूप में किसी भूमि का उपयोग 20 वर्ष से कर रहा है, तो यह किस अधिनियम की धारा में आएगा?
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“सुखाचार” (easement) –(धारा 2 च)
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जब कोई सुखाचार सार्वजनिक अधिकार के रूप में मान्यता प्राप्त हो, तब वह क्या कहलाता है?
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सार्वजनिक सुखाचार
(Public easement)
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क्या संपत्ति की नीलामी सुखाचार की समाप्ति का कारण है?
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नहीं
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परिसीमा अधिनियम की कौन सी धारा में "विदेश"(foreign country) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(छ)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 2(छ) के अनुसार "विदेश"(foreign country) का क्या अर्थ है?
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कोई भी ऐसा देश जो भारत का भाग नहीं है
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क्या भारत का कोई केंद्र शासित प्रदेश "विदेश"(foreign country) की परिभाषा में आएगा?
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नहीं
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किस अधिनियम में भी "विदेश"(foreign country) की परिभाषा दी गई है, जो परिसीमा अधिनियम से भिन्न हो सकती है?
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विदेशी अधिनियम, 1946
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भारत से बाहर रहने वाले नागरिक के लिए परिसीमा की गणना में “विदेश” का क्या महत्व है?
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उस अवधि को बाहर रखा जा सकता है जब वह विदेश में था (संदर्भ: धारा 15(5), परिसीमा अधिनियम)
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परिसीमा अधिनियम की कौन सी धारा में “सद्भाव" (good faith) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(ज)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 2(ज) के अनुसार "सद्भाव" (good faith) किसे कहते हैं?
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उचित सतर्कता और सावधानी के साथ किया गया कार्य
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"सद्भाव" (Good faith)किस अन्य भारतीय अधिनियम में भी परिभाषित किया गया है?
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भारतीय न्याय संहिता, 2023
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क्या सद्भाव (Good Faith) केवल “नीयत” पर निर्भर करता है?
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नहीं, यह सावधानी और सतर्कता पर भी निर्भर करता है
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किस प्रसिद्ध निर्णय में कहा गया कि सद्भाव (Good Faith) का अर्थ केवल नीयत नहीं, बल्कि उचित सतर्कता और सावधानी भी है?
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शिवनंदन पासवान बनाम बिहार राज्य, एआईआर 1987 एससी 877
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न्यायालय द्वारा " सद्भाव (Good Faith) की व्याख्या किस आधार पर की जाती है?
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कार्य करने की विधि और सावधानी पर
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किस निर्णय में सद्भाव (Good Faith) को परिभाषित किया गया?
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मकबूल हुसैन बनाम बॉम्बे राज्य, एआईआर 1953 एससी 325
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क्या " सद्भाव (Good Faith) केवल व्यक्ति तक सीमित है?
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नहीं, यह संस्थानों पर भी लागू होता है
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यदि कोई वादी सद्भाव (Good Faith) का हवाला देकर देरी माफ करने की मांग करे, तो न्यायालय किस बात की जांच करेगा?
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क्या वादी ने उचित सतर्कता बरती
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की "“वादी”(Plaintiff) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(झ)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 2(झ) में “वादी”(Plaintiff) का क्या अर्थ है?
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वह व्यक्ति जिसने वाद प्रारंभ किया हो या जिसके लिए वाद किया गया हो
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वादी”(plaintiff) की परिभाषा में कौन सम्मिलित हो सकता है?
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प्रतिनिधि के माध्यम से वाद दायर करने वाला
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क्या नाबालिग की ओर से उसका अभिभावक वादी”(plaintiff) के अंतर्गत आता है?
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हाँ
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किस केस में न्यायलय ने कहा कि वादी वह है जो स्वयं अथवा प्रतिनिधि के रूप में वाद करता है?
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रामलिंगम चेट्टियार बनाम पी.के. पट्टाभिरामन, एआईआर 1962 एससी 1736
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यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य के लिए वाद दायर करता है, तो वादी”(plaintiff) कौन माना जाएगा?
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जिस व्यक्ति के लिए वाद दायर किया गया है
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क्या वाद दायर करने वाला संगठन (Company) भी वादी”(plaintiff) हो सकता है?
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हाँ
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किस केस में न्यायलय ने कहा कि वादी वह है जो अधिकारपूर्वक कार्य करता है?
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के.के. मोदी बनाम के.एन. मोदी, एआईआर 1998 एससी 1297
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क्या कोई विदेशी नागरिक भारत में वादी”(plaintiff) बन सकता है?
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हाँ, यदि उसे अधिकार हो
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सूरज लैंप इंडस्ट्रीज बनाम हरियाणा राज्य, एआईआर 2012 एससी 206 में वादी से संबंधित कौन-सी बात स्पष्ट की गई?
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वादी का अधिकार जमीन के स्वामित्व पर निर्भर करता है
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क्या वादी”(plaintiff) के रूप में मृत व्यक्ति की ओर से वाद दायर किया जा सकता है?
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हाँ, यदि विधिक उत्तराधिकारी हो
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क्या किसी समूह की ओर से एक प्रतिनिधि वादी”(plaintiff) हो सकता है?
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हाँ
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की कौन सी धारा में “परिसीमा काल”(period of limitation) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(ञ)
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परिसीमा काल”(period of limitation) का क्या अर्थ है?
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“परिसीमा काल" से वह परिसीमा काल अभिप्रेत है, जो किसी वाद, अपील या आवेदन के लिए अनुसूची द्वारा विहित है|
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"विहित काल" से क्या अभिप्रेत है?
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"विहित काल" से वह परिसीमा काल अभिप्रेत है जो उस अधिनियम के उपबंधों के अनुसार संगणित परिसीमा काल हो|
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“परिसीमा काल”(period of limitation) की अवधि को कैसे निर्धारित किया जाता है?
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मामले की प्रकृति और प्रकार के आधार पर
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परिसीमा काल समाप्त होने के बाद क्या होता है?
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वाद दायर करने का अधिकार समाप्त हो जाता है
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क्या परिसीमा काल को बढ़ाया जा सकता है?
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हाँ, न्यायालय आवश्यक समझे तो इसे बढ़ा सकता है
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क्या परिसीमा काल के दौरान वाद का कोई हिस्सा स्वीकार किया जा सकता है?
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हाँ, कुछ हिस्सों को स्वीकार किया जा सकता है
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परिसीमा काल की शुरुआत कब होती है?
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जब वादी को अपने अधिकारों के बारे में जानकारी मिलती है
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किस निर्णय में कहा गया कि, परिसीमा काल के भीतर दायर न किया गया वाद अस्वीकार होगा?
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कलेक्टर ऑफ बॉम्बे बनाम लक्ष्मण अय्यर, एआईआर 1957 एससी 315
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परिसीमा काल समाप्त होने के बाद, क्या कोर्ट में वाद दायर किया जा सकता है?
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नहीं, वाद दायर करने का अधिकार समाप्त हो जाता है
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यदि परिसीमा काल समाप्त हो चुका हो, तो क्या वादी को राहत मिल सकती है?
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हाँ, न्यायालय विशेष कारणों से राहत प्रदान कर सकता है
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किस निर्णय में कहा गया कि, वादी को समय सीमा से बाहर राहत दी जा सकती है?
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भारत संघ बनाम पी. डी. तिवारी, एआईआर 1993 एससी 964
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परिसीमा काल के तहत यदि वाद की शुरुआत एक विशेष तारीख से की जाती है, तो इसका क्या असर पड़ता है?
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वादी को समय सीमा समाप्त होने तक वाद दायर करना होता है
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की कौन सी धारा में वचनपत्र" (Promossory Note) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2 (ट)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा धारा 2 (ट) में वचनपत्र" (Promossory Note) का क्या अर्थ है?
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“वचनपत्र" (Promossory Note)
से ऐसी लिखत अभिप्रेत है जिसके द्वारा उसका रचयिता किसी अन्य को धन की कोई विनिर्दिष्ट राशि उसमें परिसीमित समय पर या मांग की जाने पर या दर्शन पर देने के लिए आत्यन्तिकतः वचनबद्ध होता है |
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वचनपत्र को किस दस्तावेज़ के रूप में परिभाषित किया गया है?
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एक लिखित समझौता
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क्या वचनपत्र में दी गई शर्तों को बदलने की अनुमति होती है?
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हाँ, लेकिन यह दोनों पक्षों की सहमति से किया जा सकता है
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की कौन सी धारा में “वाद" (suit) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2 (ट)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा धारा 2 (ट) “वाद" (suit) का क्या अर्थ है?
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“वाद" के अन्तर्गत अपील या आवेदन नहीं आता है;
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वाद में "वादकर्ता" का अर्थ क्या है?
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वह व्यक्ति जो मुकदमा दायर करता है
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की कौन सी धारा में "अपकृत्य" (tort) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2 (ड)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा धारा 2 (ड) “अपकृत्य" (tort) का क्या अर्थ है?
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अपकृत्य" से ऐसा सिविल दोष अभिप्रेत है जो केवल संविदा भंग या न्यासभंग न हो|
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"अपकृत्य" (tort) से उत्पन्न अधिकार क्या होता है?
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क्षतिपूर्ति का अधिकार
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कौन-सा अधिनियम अपकृत्य" (tort) के वादों की सीमावधि निर्धारित करता है?
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परिसीमा अधिनियम, 1963
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"अपकृत्य" की प्रकृति क्या है?
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निजी
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क्या झूठा मुकदमा दायर करना (Malicious prosecution)"अपकृत्य" के अंतर्गत आता है?
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हाँ
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यदि कोई व्यक्ति दूसरे की संपत्ति को बिना अनुमति उपयोग करता है, तो यह क्या कहलाता है?
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अपकृत्य
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अपकृत्य" (tort) में मुख्य उपचार क्या होता है?
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क्षतिपूर्ति
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मानहानि एक प्रकार का क्या है?
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अपकृत्य
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की कौन सी धारा में "अपकृत्य" (tort) को परिभाषित किया गया है?
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धारा 2(ढ)
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 2(ढ) में "न्यासी" (Trustee) किसे कहा गया है?
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न्यासी" के अन्तर्गत बेनामीदार, बंधक की तुष्टि हो जाने के पश्चात् कब्जे में बना रहने वाला बंधकदार या हक के बिना सदोष कब्जा रखने वाला व्यक्ति नहीं आता
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कौन “ न्यासी" (Trustee) की श्रेणी में आता है?
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ट्रस्ट की देखरेख करने वाला व्यक्ति
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जब कोई व्यक्ति " न्यासी" (Trustee) होता है, तो परिसीमा अवधि कब से प्रारंभ होती है?
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जब ट्रस्ट का उल्लंघन होता है
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किस धारा के अंतर्गत “न्यासी" (Trustee) के विरुद्ध वाद पर कोई परिसीमा लागू नहीं होती?
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धारा 10
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न्यासी द्वारा संपत्ति का कुप्रबंधन से समबन्धित केस कौन सा है?
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रामा राव बनाम रमन्ना (1900)
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क्या ट्रस्ट संपत्ति पर न्यासी का स्वामित्व होता है?
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नहीं, केवल नियंत्रण होता है
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कौन-सा अधिनियम “न्यासी" (Trustee) के दायित्व को विस्तार से बताता है?
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भारतीय ट्रस्ट अधिनियम, 1882
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भाग-II
(Part II)
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वादो, अपीलों और आवेदनों की सीमाएं
(Limitation of suits, appeals and applications)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 3 किससे सम्बंधित है?
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परिसीमा द्वारा वर्जन
(Bar of limitation)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 3 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
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विलंब से वाद अपील और आवेदन प्रस्तुत करने पर वर्जन
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परिसीमा अधिनियम की धारा 3 के अंतर्गत, यदि वाद सीमावधि के बाहर किया गया है, तो न्यायालय क्या करेगा?
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वाद अपील और आवेदन को खारिज कर देगा
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क्या न्यायालय स्वतः (suo motu) धारा 3 के अंतर्गत वाद खारिज कर सकता है?
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हाँ
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यदि वादी यह सिद्ध करता है कि विलंब न्यायोचित कारणों से हुआ, तो क्या धारा 3 लागू होगी?
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नहीं, यदि धारा 5 के अंतर्गत देरी को क्षमा किया गया हो
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किस मामले में यह कहा गया कि, न्यायालय को वाद खारिज करना आवश्यक है, भले ही कोई आपत्ति न उठाई जाए
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उत्तर प्रदेश राज्य बनाम हरीश चंद्र" एआईआर 1996 एससी 2173
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धारा 3 के अंतर्गत न्यायालय क्या कर सकता है?
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स्वतः विलंब देख कर वाद खारिज कर सकता है
(राजेंद्र सिंह बनाम संता सिंह (1973 एआईआर 2537)
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किस केस में परिसीमा अधिनियम की धारा 3 की क्या व्याख्या दी गई- यह बाध्यकारी है और स्वतः लागू होती है?
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पी. सारथी बनाम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (2000 एआईआर एससी 2023)
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यदि वाद सीमावधि में दर्ज किया गया हो, लेकिन दस्तावेज़ बाद में जमा किया गया हो, तो धारा 3 क्या वाद स्वीकार करेगी
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हाँ
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धारा 3 की प्रकृति क्या है?
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बाध्यकारी (Mandatory)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 4 किस स्थिति से संबंधित है?
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विहित काल का अवसान जब न्यायालय बन्द हो
(Expiry of prescribed period when court is closed)
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यदि कोई वादी कोई वाद दायर करना चाहता है और विहित काल की अंतिम तिथि को न्यायालय बंद रहता है, तो वाद कब तक दायर किया जा सकता है?
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अगले कार्य दिवस पर
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धारा 4 का उद्देश्य क्या है?
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वादियों को सुविधा देना यदि अंतिम तिथि पर न्यायालय बंद हो
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“विहित काल” का अर्थ है:
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विहित काल" से वह परिसीमा काल अभिप्रेत है जो उस अधिनियम के उपबंधों के अनुसार संगणित परिसीमा काल हो|
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यदि न्यायालय रविवार को बंद है और दावे की समय सीमा उसी दिन समाप्त हो रही है, तो धारा 4 के अनुसार वाद कब दायर किया जा सकता है?
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अगले कार्य दिवस पर
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राम की अपील की अंतिम तिथि 15 अगस्त थी, जो सार्वजनिक अवकाश है। राम कब अपील दायर कर सकता है?
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16 अगस्त
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यदि न्यायालय गर्मी की छुट्टी के कारण बंद है और सीमावधि छुट्टियों के दौरान समाप्त हो रही है, तो वाद कब दायर किया जा सकता है?
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छुट्टी समाप्त होने के अगले कार्यदिवस पर
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धारा 4 से कौन सा केस समबन्धित है?
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केदारनाथ बनाम पश्चिम बंगाल राज्य, एआईआर 1953 कैल 405
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अंतिम तिथि यदि छुट्टी हो तो अगली कार्यदिवस स्वीकार्य है, प्रिवी काउंसिल ने यह निर्णय किस केस में दिया?
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मकबूल अहमद बनाम ओंकार प्रताप नारायण सिंह, एआईआर 1935 पीसी 85 में
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धारा 4 को समर्थन देने वाले सुप्रीम कोर्ट के प्रसिद्ध निर्णय कौन से हैं?
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कलेक्टर बनाम कातिजी (1987)
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धारा 4 का सिद्धांत किस सिद्धांत से जुड़ा है?
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लेक्स नॉन कॉगिट एड इम्पॉसिबिलिया (कानून असंभव की अपेक्षा नहीं करता)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 5 किस विषय से संबंधित है?
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विहित काल का कतिपय दशाओं में विस्तारण
(Extension of prescribed period in certain cases)
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धारा 5 के अंतर्गत किन मामलों में देरी को क्षम्य किया जा सकता है?
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अपील और आवेदन
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धारा 5 के अनुसार देरी क्षमा कब की जा सकती है?
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अपीलकर्ता यह साबित कर दे कि उसके पास “पर्याप्त कारण” (Sufficient Cause) था
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“पर्याप्त कारण” का अर्थ क्या है?
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न्यायालय द्वारा न्यायसंगत और उचित समझा गया कारण
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धारा 5 के अंतर्गत देरी क्षमा का अधिकार किसके विवेकाधीन है?
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न्यायालय का
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धारा 5 के अंतर्गत अधिकतम कितने दिन की देरी क्षमा की जा सकती है?
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कोई अधिकतम सीमा नहीं है
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राम की अपील 45 दिन देर से दायर हुई है। यदि वह कारण बताता है कि वह अस्पताल में भर्ती था, तो क्या धारा 5 के अंतर्गत उसे लाभ मिल सकता है?
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हाँ, यदि न्यायालय उसे पर्याप्त कारण माने
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एक अपीलकर्ता ने देरी के लिए यह कारण दिया कि उसके वकील ने गलत सलाह दी। क्या यह “पर्याप्त कारण” हो सकता है?
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हाँ, यदि यह वास्तविक और प्रमाणित हो
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किस केस में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धांत दिया - न्यायालयों को देरी के मामलों में उदार होना चाहिए?
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कलेक्टर, भूमि अधिग्रहण बनाम मिस्टर कातिजी (1987)
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“पर्याप्त कारण” की व्याख्या किस केस में विस्तृत रूप से की गई?
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एन. बालकृष्णन बनाम एम. कृष्णमूर्ति (1998)
लाला माता दीन बनाम ए. नारायणन (1970) जी. रामगौड़ा बनाम विशेष भूमि अधिग्रहण अधिकारी (1988)
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धारा 5 का उद्देश्य क्या है?
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तकनीकी बाधाओं को दूर करना
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धारा 5 किस प्रकार के वादों पर लागू नहीं होती?
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मूल वादों (Original Suits) पर
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क्या धारा 5 सरकारी संस्थानों को विशेष छूट देती है?
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नहीं
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धारा 5 के अंतर्गत न्यायालय क्या कर सकता है?
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सीमावधि बढ़ा सकता है
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परिसीमा अधिनियम की धारा 6 किस विषय से संबंधित है?
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विधिक निर्योग्यता
(Legal disability)
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यदि कोई व्यक्ति विधिक रूप से अयोग्य है, तो परिसीमा की गणना कब से शुरू होगी?
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निर्योग्यता समाप्त होने के दिन से
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धारा 6 के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-सी विधिक निर्योग्यता नहीं मानी जाती?
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अपंगता
(Physical disability)
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धारा 6 के तहत, यदि निर्योग्यता के दौरान व्यक्ति मर जाता है और उसका उत्तराधिकारी भी निर्योग्य है, तो दावा कब किया जा सकता है?
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दावा उत्तराधिकारी की निर्योग्यता समाप्त होने पर किया जा सकता है
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एक पागल व्यक्ति की भूमि पर किसी ने कब्जा कर लिया। पागलपन खत्म होने के 4 वर्ष बाद वाद दायर किया गया। क्या यह मान्य होगा?
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नहीं
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विधिक निर्योग्यता के दौरान परिसीमा चालू नहीं होती, से समबन्धित केस कौन सा है?
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वेंकटेश्वरलु बनाम रामय्या (AIR 1964)
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पागलपन की स्थिति में छूट सिद्धांत किस केस से जुड़ा है?
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दर्शन सिंह बनाम गुज्जर सिंह (1975)
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मृत्यु के बाद उत्तराधिकारी का दावा से समबन्धित केस कौन सा है?
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भोलानाथ बनाम राधाबाई (1960)
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“कानूनी विकलांगता” का क्या अर्थ है परिसीमा अधिनियम के अंतर्गत?
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वह स्थिति जहाँ व्यक्ति कानूनन कार्य करने में अक्षम हो
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क्या मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति को धारा 6 का लाभ मिल सकता है?
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हाँ
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धारा 6 किस प्रकार के मामलों पर लागू होती है?
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सभी दीवानी मामलों पर
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यदि किसी व्यक्ति की निर्योग्यता समाप्त होने से पहले ही मृत्यु हो जाती है, तो...?
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उसका उत्तराधिकारी निर्योग्यता समाप्त होने के 3 वर्षों के भीतर दावा कर सकता है
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परिसीमा अधिनियम की धारा 7 किस स्थिति से संबंधित है?
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कई व्यक्तियों में से एक की निर्योग्यता
(Disability of one of several persons)
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धारा 7 के अनुसार यदि संयुक्त स्वामित्व वाली संपत्ति पर कब्जा हो जाए, और उनमें से एक व्यक्ति विधिक रूप से अक्षम हो, तो क्या होगा?
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केवल अक्षम व्यक्ति को धारा 6 के अनुसार छूट मिलेगी
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यदि किसी संपत्ति के दो मालिक हैं — एक बालिग और दूसरा नाबालिग — और कब्जा हो गया है, तो वाद कब दाखिल किया जा सकता है?
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बालिग के लिए सामान्य परिसीमा, नाबालिग के लिए धारा 6
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धारा 7 का उद्देश्य क्या है?
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यह सुनिश्चित करना कि विधिक अक्षम व्यक्ति के अधिकार सुरक्षित रहें
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अजय और विजय एक संपत्ति के सह-मालिक हैं। विजय नाबालिग है। जब संपत्ति पर कब्जा हो जाता है, तो अजय को दावे के लिए कितनी अवधि मिलेगी?
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सामान्य परिसीमा अवधि
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दो भाइयों में से एक मानसिक रोगी है और उनकी भूमि पर कब्जा हो जाता है। क्या दोनों के लिए अलग-अलग परिसीमा होगी?
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हाँ, मानसिक रोगी को धारा 6 का लाभ मिलेगा
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तीन साझेदारों में से एक पागल है। यदि कब्जा हो गया, तो कौन धारा 7 के तहत कार्य करेगा?
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स्वस्थ व्यक्ति सामान्य अवधि में, पागल को छूट
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सहस्वामी की व्यक्तिगत अयोग्यता पर उसे ही छूट से समबन्धित केस कौन सा है?
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गिरधारीलाल बनाम कृपाशंकर (एआईआर 1952 नाग 358)
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क्या सहस्वामी में से एक की अयोग्यता शेष सभी के लिए परिसीमा को रोक सकती है?
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नहीं
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धारा 7 किन मामलों में लागू नहीं होती?
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जब सभी सहस्वामी विधिक रूप से अक्षम हों
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धारा 6 और 7 में क्या मुख्य अंतर है?
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धारा 6 पूरी तरह विधिक अयोग्यता की स्थिति में लागू होती है, धारा 7 सहस्वामी में से एक की अयोग्यता पर
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परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा संबंधित है?
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विशेष अपवादों से
(Special exceptions)
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धारा 8 किस अधिनियम के अधीन प्रावधानों पर अपवाद प्रदान करता है?
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परिसीमा अधिनियम
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क्या धारा 8 परिसीमा की अवधि को शून्य कर देती है?
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नहीं, बल्कि वह अवधि को रोके रखती है
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परिसीमा अधिनियम की धारा 9 किससे संबंधित है?
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समय का निरन्तर चलना
(Continuous running of time)
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धारा 9 के अनुसार, एक बार जब परिसीमा की अवधि चलनी प्रारंभ हो जाती है, वह कब तक चलती रहती है?
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वह तब तक चलती रहती है जब तक उसका अंत न हो
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क्या धारा 9 के अंतर्गत कोई अधिकार पुनः आरंभ करने से परिसीमा की अवधि फिर से शुरू होती है?
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नहीं
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धारा 9 में “समय का निरन्तर चलते रहना” का तात्पर्य है:
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समय बिना रुके लगातार चलता है
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राम को एक संपत्ति पर दावा करना था, लेकिन उसने 10 वर्षों तक कोई कार्यवाही नहीं की। क्या परिसीमा अवधि के अनुसार उसका दावा सुरक्षित रहेगा?
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नहीं, क्योंकि समय निरन्तर चलता है
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मुकदमे में जब कोई अंतराल आ जाए, लेकिन पक्षकार चुप रहे, तो धारा 9 क्या कहती है?
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समय निरन्तर चलता रहेगा
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धारा 9 के तहत समय निरन्तर चलता है, चाहे पक्षकार निष्क्रिय हो किस केस से सम्बंधित है?
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जी.एल. गुप्ता बनाम डी.एन. मेहता (एआईआर 1971 एससी 216)
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धारा 9 में समय स्वतः चलता है, जब तक अधिनियम के अंतर्गत कोई अपवाद न हो किस मामले में सिद्धांत को मान्यता दी गई?
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के.के. वर्मा बनाम भारत संघ (एआईआर 1954 बम 358)
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धारा 9 के अंतर्गत समय का निरन्तर चलना किन मामलों पर लागू होता है?
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दीवानी
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धारा 9 का उद्देश्य क्या है?
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मुकदमों को अनिश्चितकाल तक लटकने से रोकना
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परिसीमा अधिनियम की धारा 10 किससे संबंधित है?
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न्यासियों के विरुद्ध वादों से
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धारा 10 के अनुसार, यदि संपत्ति एक न्यास के अधीन है, तो क्या परिसीमा लागू होती है?
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नहीं, जब तक न्यास बना रहे
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क्या किसी धार्मिक या परोपकारी न्यास की संपत्ति पर दावा करने के लिए परिसीमा की अवधि निर्धारित होती है?
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नहीं, जब तक न्यास बना रहे
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धारा 10 में किस प्रकार की संपत्ति का उल्लेख किया गया है?
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धर्मार्थ और परोपकारी न्यास की संपत्ति
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धारा 10 के अंतर्गत जब तक संपत्ति एक न्यास के अधीन रहती है, तो क्या परिसीमा लागू होती है?
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परिसीमा लागू नहीं होती
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यदि कोई मंदिर की संपत्ति पर 50 वर्षों से कब्जा जमाए है, तो क्या मंदिर ट्रस्ट संपत्ति की पुनः प्राप्ति हेतु वाद दायर कर सकता है?
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हाँ, क्योंकि धारा 10 के अनुसार परिसीमा लागू नहीं होती
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एक ट्रस्टी के उत्तराधिकारी के विरुद्ध कब परिसीमा लागू होगी?
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जब न्यास समाप्त हो
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अगर कोई ट्रस्टी न्यास संपत्ति को बेच देता है, तो क्या खरीदार को परिसीमा का लाभ मिलेगा?
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नहीं, यदि वह जानता था कि संपत्ति न्यास की है
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यदि न्यास की संपत्ति पर अनाधिकृत कब्जा हो तो परिसीमा लागू नहीं होती से समबन्धित केस कौन सा है?
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लछमन दास बनाम जगत राम (2007) 10 एससीसी 448
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न्यास संपत्ति पर अनधिकृत कब्जा होने पर भी वाद किया जा सकता है, से समबन्धित केस कौन सा है?
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राजा किशोर बनाम बाबूलाल (एआईआर 1994 सभी 14)
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धारा 10 का उद्देश्य क्या है?
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न्यास संपत्ति की रक्षा करना
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न्यासियों के विरुद्ध परिसीमा क्यों लागू नहीं होती?
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क्योंकि न्यास संपत्ति जनहित में होती है
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धारा 10 किन प्रकार के ट्रस्टों पर लागू होती है?
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धार्मिक और परोपकारी ट्रस्ट
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न्यास समाप्त हो जाने के बाद परिसीमा कब से लागू होती है?
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न्यास समाप्त हो जाने के बाद परिसीमा कब से लागू होती है?
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परिसीमा अधिनियम की धारा 11 किससे संबंधित है?
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जिन राज्यक्षेत्रों पर इस अधिनियम का विस्तार है उनके बाहर की गई संविदाओं के आधार पर वाद
(Suits on contracts entered into outside the territories to which the Act extends)
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यदि कोई अनुबंध भारत के बाहर किया गया है, और उस पर वाद भारत में दायर किया गया है, तो परिसीमा का निर्धारण कैसे होगा?
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परिसीमा अधिनियम, 1963 के अनुसार
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क्या धारा 11 विदेशी राज्यों में की गई अवैध संविदाओं पर भी लागू होती है?
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हाँ, यदि वाद भारत में हो
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A और B ने अमेरिका में एक संविदा की और B भारत में रहता है। B भारत में वाद दायर करता है। परिसीमा का निर्धारण कैसे होगा?
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भारत का परिसीमा अधिनियम
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कोई अनुबंध दुबई में हुआ था, जिसमें भुगतान भारत में होना था। वाद भारत में दायर किया गया। कौन-सा परिसीमा नियम लागू होगा?
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भारत का
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A ने श्रीलंका में B से संविदा की और B ने भारत में A पर दावा दायर किया। परिसीमा किस अधिनियम से निर्धारित होगी?
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भारत का परिसीमा अधिनियम
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धारा 11 के अनुसार भारत में वाद हो तो भारतीय परिसीमा लागू होती है से समबन्धित केस कौन सा है?
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ब्रिटिश इंडिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड बनाम शनमुघविलास कैश्यू इंडस्ट्रीज (एआईआर 1990 एससी 1893)
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भारतीय अधिनियम ही लागू होंगे, यदि वाद भारत में है (धारा 11) से समबन्धित केस कौन सा है?
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ए.वी. फर्नांडीज बनाम केरल राज्य (एआईआर 1957 एससी 657)
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धारा 11 का प्रयोग किस प्रकार के वादों में मुख्यतः किया जाता है?
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संविदा संबंधी दीवानी वादों में
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यदि संविदा देश के बाहर बनी हो, लेकिन अनुबंध की पूर्ति भारत में होनी थी, तो धारा 11 किस प्रकार लागू होती है?
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पूर्णतः लागू होती है
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धारा 11 के अंतर्गत भारत में दायर वादों में परिसीमा अधिनियम, 1963 लागू होता है
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संविदा भारत में न की गई हो संविदा का निष्पादन भारत में हो वाद भारत में दाखिल किया गया हो
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भाग- III
(Part- III)
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परिसीमा काल की संगणना
(Computation of period of limitation)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 12 किससे संबंधित है?
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विधिक कार्यवाहियों में समय का अपवर्जन
(Exclusion of time in legal proceedings)
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धारा 12 का उद्देश्य क्या है?
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कानूनी कार्यवाही
में कुछ समय को अपवर्जित करना
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धारा 12 के अनुसार किस दिन को गणना से बाहर किया जाता है?
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वाद प्रस्तुत करने की तिथि
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धारा 12 के अनुसार यदि अपील की अनुमति के लिए आवेदन किया गया हो, तो क्या समय अपील अवधि में जोड़ा जाएगा?
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हाँ
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धारा 12 की उपधारा (2) किस विषय से संबंधित है?
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अपील या पुनरीक्षण में निर्णय प्राप्त करने का समय
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अपील हेतु निर्णय की प्रमाणित प्रति प्राप्त करने में लगा समय किस अधिनियम की धारा द्वारा अपवर्जित किया जाता है?
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परिसीमा अधिनियम की धारा 12(2)
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A को निर्णय की प्रति प्राप्त करने में 10 दिन लगे, और अपील की समय सीमा 30 दिन थी। A ने 35वें दिन अपील की। क्या अपील स्वीकार होगी?
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हाँ, धारा 12(2) के अनुसार
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A ने 20 मार्च को निर्णय प्राप्त किया और 25 मार्च को अपील दायर की। क्या निर्णय की प्राप्ति की अवधि गणना में जोड़ी जाएगी?
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नहीं
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यदि निर्णय की प्रति प्राप्त करने में देरी क्लर्क की गलती से हो तो:
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समय जोड़ दिया जाएगा
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निर्णय की प्रति प्राप्त करने का समय अपील अवधि में नहीं जोड़ा जाएग, से समबन्धित केस कौन सा है?
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यूनियन ऑफ इंडिया बनाम मेसर्स पॉपुलर कंस्ट्रक्शन कंपनी (एआईआर 2001 एससी 4010)
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धारा 12 का किस प्रकार की विधिक कार्यवाहियों पर प्रभाव होता है?
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सभी प्रकार की अपील व पुनरीक्षण
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धारा 12 किस अधिनियम का हिस्सा है?
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परिसीमा अधिनियम, 1963
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निर्णय की प्रमाणित प्रति प्राप्त करने का समय अपील की गणना से कैसे हटाया जाता है?
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स्वतः
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यदि वादी को निर्णय की प्रति लेने में 5 दिन लगे और अपील की सीमा 30 दिन है, तो कुल उपलब्ध समय क्या होगा?
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35 दिन
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परिसीमा अधिनियम की धारा 13 किससे संबंधित है?
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उन दशाओं में समय का अपवर्जन जहां कि अकिंचन के रूप में बाद लाने या अपील करने की इजाजत के लिए आवेदन किया गया हो
(Exclusion of time in cases where leave to sue or appeal as a pauper is applied for)
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धारा 13 का उद्देश्य क्या है?
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निर्धन (indigent) व्यक्तियों को न्यायालय में वाद लाने की सुविधा देना
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धारा 13 किस परिस्थिति में लागू होती है?
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जब वादी निर्धन हो और उसे वाद/अपील दायर करने की अनुमति लेनी हो
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यदि निर्धन व्यक्ति की याचिका स्वीकृत हो जाती है, तो क्या वह वाद दाखिल करने की तिथि से मान्य मानी जाती है?
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हाँ
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यदि निर्धनता की याचिका खारिज हो जाती है, तो वादी को वाद दायर करने के लिए समय कब से गिना जाएगा?
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कोर्ट फीस भरने की तिथि से
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A ने निर्धन व्यक्ति के रूप में अपील की अनुमति के लिए 10 जून को आवेदन किया। अनुमति 20 जून को मिली और अपील उसी दिन दायर की गई। क्या यह वैध है?
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हाँ, धारा 13 के तहत
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A निर्धन है और धारा 13 के तहत आवेदन करता है। उसकी याचिका खारिज हो जाती है। अब वह पूरी कोर्ट फीस देकर अपील करता है। समय की गणना कब से होगी?
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जब कोर्ट फीस भरी गई
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निर्धनता की याचिका और मूल वाद में कितने दिन की अवधि को छोड़ दिया जाता है?
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पूरी अवधि जब तक याचिका लंबित हो
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निर्धनता की याचिका अवधि में बाधा नहीं डालती से समबन्धित केस कौन सा है?
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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बनाम खादर इंटरनेशनल कंस्ट्रक्शन (2001) 5 एससीसी 22
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धारा 13 के अंतर्गत कौन सा समय अपवर्जित होता है?
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निर्धनता की अर्जी पर निर्णय की प्रतीक्षा में बीता समय
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निर्धन वादी को धारा 13 का लाभ किस शर्त पर मिलता है?
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उसे न्यायालय द्वारा "निर्धन व्यक्ति" के रूप में मान्यता मिली हो
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यदि निर्धनता की अर्जी के साथ वाद/अपील समय पर दायर हो, पर अर्जी खारिज हो जाए, तब —
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वादी को कोर्ट फीस भरने का अवसर मिलेगा
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धारा 13 का प्रावधान किस सिद्धांत पर आधारित है?
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न्याय तक पहुंच
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परिसीमा अधिनियम की धारा 14 किससे संबंधित है?
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बिना अधिकारिता वाले न्यायालय में सद्भावपूर्वक की गई कार्यवाही में लगे समय का अपवर्जन
(Exclusion of time of proceeding bona fide in court without jurisdiction)
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धारा 14 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
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गलत न्यायालय में प्रक्रिया के दौरान बीते समय को परिसीमा से अपवर्जित करना
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“सद्भावपूर्वक प्रकरण चलाना” का अर्थ है:
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पक्षकारों का कार्यवाही जारी रखना, बिना अधिकारिता पर आपत्ति किए
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धारा 14 में अपवर्जित होने वाला समय किस अवधि के बीच का होता है?
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जब मजाल की अयोग्यता पहली बार उभरती है उससे जब तक पक्षकारों ने आपत्ति न की हो
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धारा 14 का लाभ किन पक्षों को मिलता है?
|
दोनों को, यदि दोनों ने अधिकारिता पर आपत्ति न की हो
|
राम ने गलत बार काउंसिल (अधिकारहीन न्यायालय) में वाद दायर कर दिया और दोनों पक्षों ने सुनवाई जारी रखी। बाद में सही न्यायालय में स्थानांतरण हुआ। धारा 14 के अनुसार क्या होगा?
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पुरानी सुनवाई का समय परिसीमा से अपवर्जित होगा
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सीता और गीता ने गाँव के न्यायमंडलालय में पट्टे का विवाद चलाया, जहाँ अधिकारिता नहीं थी, लेकिन दोनों पक्ष आपत्ति नहीं लाए। बाद में उच्च न्यायालय में स्थानांतरित हुआ। धारा 14 लागू होगी?
|
हाँ, स्थानांतरण तक का समय अपवर्जित होगा
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यदि दोनों पक्षों ने अधिकारिता पर आपत्ति नहीं की, तो धारा 14 के तहत समय अपवर्जित होगा, सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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पंडित द्वारका प्रसाद शर्मा बनाम उत्तर प्रदेश राज्य, एआईआर 1978 एससी 149
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धारा 14 किस सिद्धांत को मजबूत करती है?
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एस्टोपल
(पक्षकारों की निष्क्रियता द्वारा बाद में आपत्ति न करने का स्तम्भ)
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अगर केवल प्रतिवादी ने अधिकारहीन न्यायालय की आपत्ति न की, लेकिन वादी ने की, तो धारा 14 लागू होगी?
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नहीं
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धारा 14 द्वारा अपवर्जित समय का प्रभाव क्या होता है?
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वह समय सीमा की गणना से बाहर हो जाता है
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क्या धारा 14 आपराधिक मामलों पर लागू होती है?
|
नहीं, केवल दीवानी मामलों पर
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धारा 14 के संदर्भ में “आपत्ति” का अर्थ क्या है?
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अधिकारहीनता का औपचारिक अपील द्वारा विरोध
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परिसीमा अधिनियम की धारा 15 किससे संबंधित है?
|
कुछ अन्य मामलों में समय का अपवर्जन
(Exclusion of time in certain other cases)
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धारा 15(1) के अंतर्गत कौन-सी अवधि परिसीमा की गणना से बाहर होगी?
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उस समय की अवधि जब वाद या कार्यवाही पर injunction/stay आदेश लगा हो
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यदि किसी संपत्ति विवाद में कोर्ट ने 6 माह का injunction जारी किया, तो 6 माह का समय परिसीमा में जोड़ा जाएगा या अपवर्जित होगा?
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अपवर्जित होगा
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व्यादेश (Injunction) के दौरान बीता समय अपवर्जित होगा सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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बैंक ऑफ इंडिया बनाम जेसुदास (एआईआर 1953 एससी 90)
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धारा 15(2) किस स्थिति में लागू होती है?
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जब मुकदमा दायर करने पूर्व सरकारी नोटिस देना या अनुमति लेना अनिवार्य हो
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यदि किसी सरकारी अधिकारी के विरुद्ध वाद में 2 माह का नोटिस अवधि हो, तो उस 2 माह को परिसीमा से कैसे गिना जाएगा?
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अपवर्जित होगा
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धारा 15(3) के अनुसार कौन-सी अवधि अपवर्जित होती है?
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दिवालियापन/विनिवेश प्रक्रिया की शुरुआत से तीन माह पश्चात् नियुक्त receiver/liquidator की अवधि
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धारा 15(4) किस स्थिति में लागू होती है?
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जब वादी बिक्री अवैध ठहराने हेतु पिटीशन दायर करता है
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यदि किसी एग्जीक्यूशन सेल को रद्द करने की कार्यवाही में 4 माह लग गए, तो क्या वह समय परिसीमा गणना से अपवर्जित होगा?
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हाँ
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धारा 15(5) के अंतर्गत कौन-सा समय अपवर्जित होता है?
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जब प्रतिवादी की अनुपस्थिति भारत और उसके बाह्य प्रदेशों में रहे
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यदि प्रतिवादी 2 वर्ष विदेश में निवास करता रहे, तो 2 वर्ष का समय परिसीमा गणना से:
|
अपवर्जित होगा
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परिसीमा अधिनियम की धारा 16 किससे संबंधित है?
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वाद लाने का अधिकार प्रोद्भूत होने पर या होने के पूर्व मृत्यु हो जाने का
(Effect of death on or before the accrual of the right to sue)
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धारा 16 का मुख्य प्रावधान क्या है?
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वाद का अधिकार उत्पन्न होने के पूर्व या तुरंत उसके बाद मृत्यु हो जाने पर उत्तराधिकारी को नया अवधि मिलता है
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यदि वाद लाने का अधिकार उत्पन्न होते ही स्वामी की मृत्यु हो जाती है, तो उत्तराधिकारी के लिए परिसीमा की गणना कब से होगी?
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स्वामी की मृत्यु की तिथि से
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धारा 16 केवल किस प्रकार के मामलों पर लागू होती है?
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केवल दीवानी वादों पर
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यदि सामान्य परिसीमा 12 साल की हो और वादी का देहांत अधिकार उत्पन्न होने के पूर्व हो गया, तो उत्तराधिकारी को कितने वर्ष मिलेंगे?
|
बचे हुए समय (बचे हुए मूल 12 साल में से जितना बचा हो उतना)
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धारा 16 का भावार्थ क्या सुनिश्चित करता है?
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उत्तराधिकारी को न्यूनतम सुरक्षा प्रदान
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क्या धारा 16 आपराधिक मामलों में लागू होती है?
|
नहीं
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धारा 16 के अनुसार “बचे हुए समय” का अर्थ क्या है?
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मूल अवधि से उस समय का अपवाद जब वाद दायर न हो सका
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परिसीमा अधिनियम की धारा 17 किससे संबंधित है?
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कपट या भूल का प्रभाव
(Effect of fraud or mistake)
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धारा 17 के अनुसार, यदि वाद कपट (fraud) पर आधारित है, तो परिसीमा की गणना कब से प्रारंभ होती है?
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उस समय से जब वादी को कपट का पता चला
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यदि वाद भूल (mistake) पर आधारित हो, तो धारा 17 के अंतर्गत समयगणना कब शुरू होती है?
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उस तिथि से जब भूल का वास्तविकतः आभास हुआ
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धारा 17 का उद्देश्य क्या है?
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कपट या भूल से वंचित हुए पक्ष को उचित अवसर देना
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धारा 17 के तहत समयगणना उस दिन से शुरू होगी जब कपट का पता चला, सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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राम कुमार बनाम श्रीमती राज कुमारी (एआईआर 1979 एससी 563)
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यदि वादी को कपट का संदेह तो 2016 में हुआ लेकिन पुष्टि 2018 में ही हुई, तो धारा 17 के अनुसार समयगणना किस तिथि से शुरू होगी?
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2018 से
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धारा 17 समय की अधिकतम अवधि पर कोई सीमा निर्धारित करती है?
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नहीं – सामान्य अवधि लागू
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धारा 17 का लाभ किन वादों पर नहीं मिलता?
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सरकारी वादों पर
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परिसीमा अधिनियम की धारा 18 किससे संबंधित है?
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लिखित अभिस्वीकृति का प्रभाव
(Effect of acknowledgment in writing)
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धारा 18 के अनुसार “लिखित अभिस्वीकृति” किसे कहते हैं?
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लिखित में स्वीकार का पत्र
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लिखित अभिस्वीकृति का प्रभाव क्या होता है?
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परिसीमा का आरंभ पुनः होता है
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अभिस्वीकृति कब मान्य होगी?
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कर्जदार के हस्ताक्षरित दस्तावेज़ में स्पष्ट राशि और देयता के उल्लेख से
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क्या लिखित अभिस्वीकृति के द्वारा परिसीमा पूरा आरंभ होती है?
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हाँ, नई तिथि से
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यदि अभिस्वीकृति में देय राशि की कोई पुष्टि नहीं है, तो क्या परिसीमा आरंभ होगी?
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नहीं
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स्पष्ट राशि के साथ अभिस्वीकृति से पुनः परिसीमा आरंभ होती है, सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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ब्रैम्पटन के एक्जीक्यूटर्स बनाम स्मिथ (1870) एलआर 5 एचएल 87
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लिखित अभिस्वीकृति का लाभ किन मामलों में नहीं मिलेगा?
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अपराध से संबंधित वादों में
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धारा 18 के अंतर्गत परिसीमा पुनः आरंभ कब तक नहीं होगी?
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जब तक नई स्वीकृति न मिले
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क्या धारा 18 स्वीकृति के आधार पर अपील की अवधि पर भी लागू होती है?
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नहीं
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एक बैंक खाता स्टेटमेंट जिसमें “₹50,000 बकाया” लिखा है, क्या वह लिखित अभिस्वीकृति मानी जाएगी?
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केवल यदि कर्जदार ने हस्ताक्षर किए हों
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परिसीमा अधिनियम की धारा 19 किससे संबंधित है?
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ऋण लेखे या वसीयत - सम्पदा का ब्याज लेखे संदाय का प्रभाव
(Effect of payment on account of debt or of interest on legacy)
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धारा 19 के अंतर्गत “ऋण लेखा” (Account Current) से क्या अभिप्राय है?
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ऋण और ब्याज के लेन-देन का समेकित लेखा
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धारा 19 का परिसीमा अवधि कितने वर्ष है?
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3 वर्ष
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धारा 19 में “वसीयत-सम्पदा का ब्याज लेखा” का उदाहरण क्या होगा?
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वार्षिक किराया लेखा जिसमें ब्याज भी जोड़ा जाता हो
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दो व्यापारियों के बीच नियमित व्यापारिक लेखा-जोखा चलता रहता हो, तो धारा 19 के अंतर्गत परिसीमा गणना की प्रारंभ तिथि क्या होगी?
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अंतिम समायोजन (adjustment) की तिथि
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यदि A और B के खाते में अंतिम समायोजन 30 जून 2021 को हुआ और A ने 29 जून 2024 को वाद दायर किया, तो वाद की स्थिति क्या होगी?
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अस्वीकार्य
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बैंक की लिखित पूछताछ में स्पष्ट ब्याज प्रविष्टि पर परिसीमा फिर से आरंभ होती है, सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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पी.के.सिन्हा बनाम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एआईआर 1975 एससी 234)
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क्या धारा 19 में मौखिक लेखा प्रविष्टि पर परिसीमा फिर से आरंभ होती है?
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नहीं
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यदि आखिरी लेखा प्रविष्टि के साथ-साथ वाद दाखिल किया जाए, तो धारा 19 के अनुसार वाद की स्थिति क्या होगी?
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वाद स्वीकार्य
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परिसीमा अधिनियम की धारा 20 किससे संबंधित है?
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किसी अन्य व्यक्ति द्वारा अभिस्वीकृति या संदाय का प्रभाव
(Effect of acknowledgment or payment by another person)
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धारा 20 के अनुसार, यदि संयुक्त देनदारों में से एक देनदार द्वारा ऋण की लिखित अभिस्वीकृति होती है, तो उसका प्रभाव किन पर पड़ेगा?
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केवल अभिस्वीकृति करने वाले देनदार पर
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धारा 20 में “अन्य व्यक्ति” से अभिप्राय क्या है?
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कोई सह-देयक या साझेदार
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यदि साझेदारी में एक साझेदार द्वारा ऋण का संदाय (account current) किया जाए, तो धारा 20 के अनुसार उसका प्रभाव किस पर होगा?
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केवल उस साझेदार पर
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धारा 20 का उद्देश्य क्या है?
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व्यक्तिगत देनदार के अधिकार को संरक्षित करना
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धारा 20 के अंतर्गत अभिस्वीकृति केवल अभिस्वीकृत व्यक्ति पर प्रभाव करती है, सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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हरबंस लाल बनाम राम सरूप (एआईआर 1985 एससी 123)
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धारा 20 में “ सम्यक् प्राधिकृत अभिकर्ता" से अभिप्राय क्या है?
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विधिपूर्ण संरक्षक,
सुपुर्ददार या
प्रबन्धक या
अभिस्वीकृति हस्ताक्षर करने अथवा संदाय करने के लिए ऐसे संरक्षक
सुपुर्ददार या प्रबन्धक द्वारा सम्यक् रूप से प्राधिकृत अभिकर्ता
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धारा 20 किन मामलों में लागू नहीं होती?
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जब ऋण अनुबंध में स्पष्ट अपवाद हो
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एक साझेदार ने गलत राशि स्वीकार की, पर दूसरा साझेदार आपत्ति न करें। क्या धारा 20 लागू होगी?
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नहीं, स्पष्ट गलती पर नहीं
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धारा 20 का सिद्धान्त किस न्यायिक सिद्धांत के अनुरूप है?
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विबंधन
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धारा 20 में “संदाय” (account current) का प्रभाव कब तक सीमित रहेगा?
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जैसे Section 19 में निर्दिष्ट
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परिसीमा अधिनियम की धारा 21 किससे संबंधित है?
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नया वादी या प्रतिवादी प्रतिस्थापित करने या जोड़ने का प्रभाव
(Effect of substituting or adding new plaintiff or defendant)
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धारा 21 के अंतर्गत यदि नया वादी या प्रतिवादी जोड़ा जाता है, तो परिसीमा की गणना कैसे होगी?
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वह समय परिसीमा से अपवर्जित किया जाएगा
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धारा 21 (2) के अनुसार, जब एक ही आधार पर एक साथ कई प्रतिवादियों के विरुद्ध वाद किया जाता है, तो परिसीमा की गणना कैसे होगी?
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पहले उत्पन्न हुए अधिकार से
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धारा 21 का उद्देश्य क्या है?
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नए जोड़े गए या प्रतिस्थापित किए गए पक्षों को निष्पक्ष अवसर देना
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नए प्रतिवादी के विरुद्ध बीता समय अपवर्जित होता है, सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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चिमनलाल देवभाई बनाम कालाभाई खंडूभाई (AIR 1979 SC 2024)
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क्या धारा 21 का लाभ तब मिलेगा जब नया प्रतिवादी गलत न्यायालय में जोड़ा गया हो?
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हाँ
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परिसीमा अधिनियम की धारा 22 किससे संबंधित है?
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चालू रहने वाले भंग और अपकृत्य
(Continuing breaches and torts)
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धारा 22 का मूल सिद्धांत क्या बताती है?
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चालू रहने वाले भंग या अपकृत्य, प्रति क्षण चलना आरम्भ होता रहता है जिसमें यथास्थिति, ऐसा भंग या ऐसा अपकृत्य चालू रहे ।
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किस प्रकार के मामलों में धारा 22 लागू होती है?
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चालू रहने वाले भंग, जैसे नाली का रिसाव या प्रदूषण
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यदि पड़ोसी की नाली से पानी लीक हो रहा है, जो लगातार बाढ़ लाता है, तो परिसीमा कब से चलेगी?
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जब रिसाव चालू हो उसी क्षण
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धारा 22 के अंतर्गत “अपकृत्य” का क्या अर्थ है?
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किसी के अधिकार का विधिक उल्लंघन या हनन
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प्रदूषण के चालू प्रभाव में धारा 22 लागू होती है, सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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महाबीर मिल्क एंड आइसक्रीम कंपनी बनाम डिप्टी कमिश्नर (एआईआर 1972 एससी 914)
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धारा 22 का उद्देश्य क्या है?
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चालू उल्लंघनों से प्रभावी समय देना
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क्या धारा 22 में “सतत उल्लंघन” की कोई अधिकतम अवधि है?
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नहीं – जब तक उल्लंघन चलता है समय चलेगा
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धारा 22 आपराधिक मामलों पर लागू होती है?
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नहीं, केवल दीवानी अपकृत्य पर
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क्या धारा 22 संविदात्मक उल्लंघन (breach of contract) पर लागू होती है?
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हाँ, जब उल्लंघन सतत हो
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परिसीमा अधिनियम की धारा 23 किससे संबंधित है?
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उन कार्यों के लिए प्रतिकर का वाद जो विशेष नुकसान के बिना, अनुयोज्य न हों
(Suits for compensation for acts not actionable without special damage)
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धारा 23 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
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विशेष नुकसान सहने की तिथि से परिसीमा आरंभ करना
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“विशेष नुकसान” से अभिप्राय क्या है?
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जो नुकसान सामान्य जन को नहीं होता
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धारा 23 किन मामलों पर लागू होती है?
|
उन कार्यों पर जहाँ सामान्य क्षति से अलग विशेष नुकसान चाहिए
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धारा 23 में परिसीमा किस तिथि से चलेगी?
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विशेष नुकसान सहने की तिथि से
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A की जमीन के समीप निर्माण कार्य हुआ जिससे धूल-गंदगी फैली, पर क्षति न पहुँची। फिर अचानक भारी धूल से फसल बर्बाद हुई। A ने 3 वर्ष बाद वाद किया। परिसीमा कब से चलेगी?
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जब फसल बर्बाद हुई (विशेष क्षति) से
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पड़ोस में सोप फैक्ट्री लगी, जिससे बदबू आती रही पर स्वास्थ्य खराब नहीं हुआ। बाद में A को एलर्जी हुई। परिसीमा किस दिन से?
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एलर्जी शुरू होने के दिन से
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विशेष क्षति सहने से ही धारा 23 लागू होती है सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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रामास्वामी चेट्टियार बनाम पी.एन. सी. नटराजन चेट्टियार (एआईआर 1976 मैड 137)
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जलभराव से तत्काल हानि पर परिसीमा चलेगी सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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नागरकोइल म्युनिसिपैलिटी बनाम थॉमस (एआईआर 1968 एससी 114)
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धारा 23 का लाभ किन परिस्थितियों में नहीं मिलेगा?
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जहाँ कोई शारीरिक चोट न हुई जहाँ विशेष नुकसान न हुआ जहाँ सामान्य नुक़सान हो
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यदि वादी ने विशेष क्षति के बाद महीना प्रतीक्षा किया और वाद दायर किया, तो क्या उचित होगा?
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हाँ, धारा 23 के अनुसार
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धारा 23 में “प्रथम विशेष नुकसान” का महत्व क्या है?
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वह तिथि जब क्षति स्पष्ट हुई
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क्या धारा 23 संविदात्मक उल्लंघन पर लागू होती है?
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हाँ, जब विशेष क्षति हो
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धारा 23 क्रियान्वयन में “विशेष क्षति” के प्रमाण का क्या महत्व है?
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अनिवार्य, अन्यथा धारा लागू नहीं
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यदि विशेष क्षति की तिथि अज्ञात रहे, तो परिसीमा कैसे निर्धारित होगी?
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न्यायालय के विवेक से
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परिसीमा अधिनियम की धारा 24 किस विषय से संबंधित है?
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लिखतों में वर्णित समय की संगणना
(Computation of time mentioned in instruments)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 24 में लिखतों में वर्णित समय की संगणना किस प्रकार समझी जाएँगी?
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सब लिखतें इस अधिनियम के प्रयोजनों के लिए ग्रिगोरियन कलेंडर को निर्दिष्ट करके लिखी गई समझी जाएंगी।
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धारा 24 के अंतर्गत समय की गणना ग्रिगोरियन कलेंडर को निर्दिष्ट करके लिखी गई समझी जाएंगी किस केस में कहा ?
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नरसिंह दास बनाम मंगल दुबे (1883)
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धारा 24 की व्याख्या किस अन्य अधिनियम के सिद्धांतों से मिलती है?
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सामान्य धाराएं अधिनियम
|
|
भाग-IV
(Part IV)
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कब्जे द्वारा स्वामित्व का अर्जन
(Acquisition of ownership by possession)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 25 किस विषय से संबंधित है?
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सुखाचारों का चिरभोग द्वारा अर्जन
(Acquisition of easements by prescription)
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धारा 25 के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी सुखाचार (easement) का कितना समय तक शांतिपूर्ण और निर्बाध उपयोग करता है, तो उसे वैध अधिकार प्राप्त हो जाता है?
|
20 वर्ष
|
यदि कोई सुखाचार सरकारी भूमि पर हो, तो धारा 25 के अंतर्गत आवश्यक अवधि क्या है?
|
30 वर्ष
|
धारा 25 के तहत सुखाचार का उपयोग किस प्रकार का होना चाहिए?
|
खुले तौर पर और निर्बाध
|
सुखाचार के अधिकार के लिए उपयोग किस प्रकार का होना चाहिए?
|
स्वेच्छा, लगातार, और शांतिपूर्ण
|
किसी सुखाचार का “निरंतर और बाधारहित” उपयोग क्या कहलाता है?
|
चिरभोग
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सुखाचार का अधिकार तभी है जब उपयोग शांतिपूर्ण और निर्बाध हो सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में कहा?
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राजाराम बनाम महाराष्ट्र राज्य (एआईआर 2001 एससी 1668)"
|
किस केस में यह तय हुआ कि सुखाचार का उपयोग लगातार और खुले रूप में हो ?
|
के.के. वर्मा बनाम भारत संघ
|
यदि कोई व्यक्ति 22 वर्षों से अपने पड़ोसी के खेत के ऊपर से पाइप लाइन चला रहा है, क्या वह उसे हटाने से मना कर सकता है?
|
हां, यदि उपयोग शांतिपूर्ण और निर्बाध था
|
सरकारी भूमि पर यदि कोई नाली का उपयोग 30 वर्षों से किया जा रहा है, तो क्या अधिकार प्राप्त होगा?
|
हां, धारा 25 के अंतर्गत
|
यदि कोई सुखाचार अस्थायी रूप से बाधित हो जाए, तो क्या अधिकार समाप्त हो जाता है?
|
नहीं, जब तक कि बाधा स्थायी न हो
|
किसी व्यक्ति ने अपने मकान की छत से 25 वर्षों से पड़ोसी की छत पर पानी गिराया है, क्या वह सुखाचार माना जाएगा?
|
हां, यदि उपयोग खुले, शांतिपूर्ण और निर्बाध हो
|
सुखाचार अधिकार किस प्रकार के होते हैं?
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सकारात्मक और नकारात्मक
|
यदि किसी सुखाचार को 10 वर्षों से कम समय के लिए उपयोग किया गया हो, तो क्या अधिकार बनता है?
|
नहीं
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धारा 26 परिसीमा अधिनियम का संबंध किससे है?
|
अनुसेवी सम्पत्ति के उत्तरभोगी के पक्ष में अपवर्जन
(Exclusion in favour of reversioner of serivent tenement)
|
धारा 26 के अनुसार सुखाचार अधिकार समाप्त हो जाता है यदि:
|
उसका लगातार 20 वर्षों तक प्रयोग नहीं किया जाए
|
धारा 26 के अंतर्गत कितने वर्षों तक प्रयोग न करने पर सुखाचार का अधिकार समाप्त माना जाएगा?
|
20 वर्ष
|
धारा 26 के अनुसार सुखाचार का लोप कब माना जाएगा?
|
जब 20 वर्षों तक लगातार न किया गया हो और परिस्थिति ऐसी हो जिससे उपयोग नहीं हो सकता
|
धारा 26 की व्याख्या किस सिद्धांत पर आधारित है?
|
अपवर्जन
(Extinguishment)
|
यदि किसी सुखाचार का 20 वर्षों तक प्रयोग नहीं होता, और वह प्रयोग योग्य भी नहीं है, तो वह-
|
समाप्त माना जाता है
|
सुखाचार के अधिकार की समाप्ति के लिए किन दो तत्वों का होना आवश्यक है?
|
प्रयोग न करना और
परिस्थिति में परिवर्तन
|
20 वर्षों तक उपयोग न होने से अधिकार समाप्त हो जाता है
|
'मानेकलाल मनसुखभाई बनाम होर्मूसजी जमशेदजी गिनवाला (एआईआर 1950 बम 361)'
|
अस्थायी बाधा से अधिकार समाप्त नहीं होता, किस मामले में न्यायालय ने निर्धारित किया?
|
'रामचंद्र बनाम संभाजी (एआईआर 1971 बम 147)'
|
एक व्यक्ति ने 25 वर्ष तक अपने पड़ोसी की दीवार से पानी की पाइप नहीं चलाई, और अब वह दोबारा उपयोग करना चाहता है। क्या वह कर सकता है?
|
नहीं, अधिकार समाप्त हो चुका है
|
20 वर्षों तक सुखाचार के प्रयोग न होने पर, और रास्ता मिट जाने पर अधिकार:
|
स्वतः समाप्त हो जाता है
|
धारा 26 के अंतर्गत "किसकी संपत्ति" पर सुखाचार का प्रयोग आवश्यक है?
|
अनुसेवी संपत्ति
|
सुखाचार के अधिकार की समाप्ति से संबंधित कौन-सा कथन सही है?
|
यह 20 वर्षों तक प्रयोग न होने और बाधा होने पर समाप्त हो जाता है
|
परिसीमा अधिनियम की धारा 27 किससे संबंधित है?
|
संपत्ति पर अधिकार की समाप्ति से
(Extinguishment of right to property)
|
निष्क्रियता से संपत्ति अधिकार समाप्त हो सकता है, किस मामले में न्यायालय ने निर्धारित किया?
|
के.के. वर्मा बनाम भारत संघ (एआईआर 1954 एमपी 44)
|
कोई व्यक्ति 15 वर्षों से किसी भूखंड पर कब्जा कर खेती कर रहा है और मूल मालिक ने कोई दावा नहीं किया, तो:
|
कब्जाधारी को वैध अधिकार मिल जाएगा
|
धारा 27 के तहत कौनसी स्थिति "निर्वाचित अधिकार" की श्रेणी में नहीं आती?
|
जब मालिक संपत्ति पर दावा करता है
|
|
भाग-V
(Part V)
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प्रकीर्ण
(Miscellaneous)
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परिसीमा अधिनियम की धारा 28 का संबंध किससे है?
|
अधिनियमों के संशोधन से
(Amendment of certain Acts)
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धारा 28 में क्या निर्दिष्ट किया गया है?
|
विशेष अधिनियमों में संशोधन
|
धारा 28 को किस अधिनियम द्वारा निरसित किया गया है?
|
निरसन तथा संशोधन अधिनियम, 1974 ( 1974 का 56) द्वारा निरसित।
|
परिसीमा अधिनियम की धारा 28 को निरसन तथा संशोधन अधिनियम, 1974 की किस धारा द्वारा निरसित किया गया है?
|
धारा 2 तथा पहली अनुसूची द्वारा निरसित।
|
परिसीमा अधिनियम की धारा 28 को निरसन तथा संशोधन अधिनियम, 1974 की किस तिथि को निरसित किया गया है?
|
20 दिसंबर 1947
|
परिसीमा अधिनियम की धारा 29 किस विषय से संबंधित है?
|
व्यावृत्तियां
(Savings)
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धारा 29 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
|
अन्य अधिनियमों के प्रभाव को सुरक्षित रखना
|
धारा 29 किस प्रकार के कानूनों की रक्षा करता है?
|
विशेष या स्थानीय अधिनियम
|
धारा 29 का उपयोग किस स्थिति में किया जाता है?
|
जब विशेष अधिनियम में अलग परिसीमा अवधि दी गई हो
|
धारा 29(1) किस बात को सुनिश्चित करता है?
|
अन्य अधिनियमों की परिसीमा अवधि बनी रहती है
|
धारा 29(2) में क्या व्यवस्था दी गई है?
|
विशेष या स्थानीय अधिनियम में समयावधि ना हो तो परिसीमा अधिनियम की अवधि लागू होगी
|
धारा 29(3) में क्या व्यवस्था दी गई है?
|
परिसीमा अधिनियम की कुछ धाराएं विशेष अधिनियमों को प्रभावित नहीं करेंगी
|
यदि किसी विशेष अधिनियम में अपील की कोई परिसीमा अवधि नहीं दी गई हो, तो धारा 29(2) के अनुसार:
|
परिसीमा अधिनियम की अवधि लागू होगी
|
धारा 29(2) विशेष अधिनियमों में परिसीमा अधिनियम की अवधि लागू करती है, किस मामले में न्यायालय ने निर्धारित किया?
|
'भारत बैरल एंड ड्रम मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बनाम कर्मचारी राज्य बीमा निगम'एआईआर 1972 एससी 1935
|
विशेष अधिनियमों में यदि अवधि है लेकिन विस्तार की व्यवस्था नहीं है, तो धारा 5 लागू होगी, किस मामले में न्यायालय ने निर्धारित किया?
|
'मुकरी गोपालन बनाम चेपिलाट पुथनपुरयिल अबूबकर', एआईआर 1995 एससी 2272 में धारा 29(2)
|
धारा 29(2) किस धाराओं को विशेष अधिनियमों पर लागू करती है?
|
धारा 4 से 24 तक
|
धारा 29(3) के तहत कौन-सी बात सही है?
|
यह स्पष्ट करता है कि कुछ धाराएं विशेष अधिनियमों को प्रभावित नहीं करेंगी
|
परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 30 किससे संबंधित है?
|
उन वादों आदि के लिए उपबन्ध जिनके लिए विहित कालावधि इण्डियन लिमिटेशन ऐक्ट, 1908 द्वारा विहित कालावधि से कम है
(Provision for suits, etc., for which the prescribed period is shorter than the period prescribed by the Indian Limitation Act, 1908)
|
धारा 30 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
|
ऐसे वादों की सुरक्षा करना जिनके लिए नया अधिनियम कम समय देता है
|
धारा 30 किस अधिनियम को प्रतिस्थापित करता है?
|
इण्डियन लिमिटेशन एक्ट, 1908
|
धारा 30 के अंतर्गत कौन-सा प्रावधान सही है?
|
जिन वादों की अवधि पुराने अधिनियम में लंबी थी, उन्हें छूट दी जाएगी
|
यदि किसी वाद के लिए 1908 अधिनियम में 6 वर्ष की अवधि थी और 1963 अधिनियम में 3 वर्ष की हो गई है, तो क्या होगा?
|
धारा 30 के अंतर्गत उसे मूल अवधि (6 वर्ष) तक कायम रखा जाएगा
|
धारा 30 किन वादों लागू होती है?
|
उन दीवानी वादों पर जो 1963 अधिनियम से पूर्व लंबित थे
|
धारा 30 कब तक की अवधि के लिए वादों को सुरक्षित करती है?
|
जब तक मूल परिसीमा अवधि समाप्त न हो
|
धारा 30 किस प्रकार के वादों पर लागू नहीं होती?
|
जो 1 जनवरी 1964 के बाद दाखिल हुए हों
|
मान लीजिए, एक व्यक्ति का वाद 1908 अधिनियम के अनुसार 6 वर्ष में दायर किया जा सकता था, और 1963 अधिनियम इसे घटाकर 3 वर्ष करता है, तथा 4 वर्ष गुजर चुके हैं – अब क्या होगा?
|
धारा 30 के तहत वाद दायर किया जा सकता है जब तक 6 वर्ष पूरे न हो जाएं
|
यदि किसी व्यक्ति का दावा पुराने अधिनियम के तहत मान्य था, तो धारा 30 के तहत वह दावा सुरक्षित रहेगा, किस मामले में न्यायालय ने निर्धारित किया?
|
कमल कृष्ण देव बनाम बिहार राज्य'
(एआईआर 1964 पैट 579)
|
धारा 31 का उद्देश्य क्या है?
|
वर्जित या लम्बित वादों पर परिसीमा अधिनियम, 1963 के प्रभाव को स्पष्ट करना
|
धारा 31 के अनुसार, यदि कोई वाद परिसीमा अधिनियम, 1908 के तहत वर्जित हो चुका है, तो:
|
उसे वर्जित ही माना जाएगा
|
धारा 31 का संबंध किस तिथि से पहले लम्बित वादों से है?
|
1 जनवरी 1964
|
परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 31 यह निर्धारित करती है कि-
|
वर्जित वादों की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं होगा
|
यदि कोई वाद 1963 अधिनियम के लागू होने से पहले ही परिसीमा अवधि पार कर चुका है, तो क्या वह नए अधिनियम के तहत पुनः शुरू हो सकता है?
|
नहीं, वह वर्जित रहेगा
|
धारा 31 के अनुसार, जो वाद 1908 अधिनियम के अंतर्गत वर्जित हो गए थे, वे:
|
वर्जित ही रहेंगे
|
क्या धारा 31 ऐसे वादों पर लागू होती है जो पहले ही अंतिम निर्णय में आ चुके हैं?
|
नहीं
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मान लीजिए, एक दीवानी वाद 1962 में दाखिल होना था, लेकिन दायर नहीं हुआ और 1963 अधिनियम लागू हो गया। अब वाद 1964 में दायर किया गया, क्या यह स्वीकार्य होगा?
|
नहीं, क्योंकि यह पहले ही वर्जित हो चुका था
|
कोई वाद 1963 अधिनियम लागू होने से पहले लंबित था और परिसीमा अधिनियम, 1908 के तहत वैध था — अब क्या होगा?
|
वह वैध बना रहेगा और उसकी सुनवाई जारी रह सकती है
|
यदि कोई वाद पूर्व सीमा अधिनियम 1908 के तहत लागू नहीं किया गया था तो वह वर्जित ही रहेगा और धारा 31 के अनुसार अमान्य होगा, से सम्बंधित कौन सा केस है?
|
'राजेन्द्र सिंह बनाम संता सिंह', AIR 1973 SC 2537
|
परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 32 किस विषय से संबंधित है?
|
पूर्ववर्ती अधिनियम की निरसन प्रक्रिया
|
धारा 32 के अनुसार, परिसीमा अधिनियम, 1908 का क्या हुआ?
|
निरसित किया गया
|
परिसीमा अधिनियम, 1963 की धारा 32 के अंतर्गत किस अधिनियम को निरसित किया गया है?
|
परिसीमा अधिनियम, 1908
|
धारा 32 को किस अधिनियम द्वारा निरसित किया गया है?
|
निरसन तथा संशोधन अधिनियम, 1974 ( 1974 का 56) द्वारा निरसित।
|
परिसीमा अधिनियम की धारा 32 को निरसन तथा संशोधन अधिनियम, 1974 की किस धारा द्वारा निरसित किया गया है?
|
धारा 2 तथा पहली अनुसूची द्वारा निरसित।
|
परिसीमा अधिनियम की धारा 32 को निरसन तथा संशोधन अधिनियम, 1974 की किस तिथि को निरसित किया गया है?
|
20 दिसंबर 1947
|
|
अनुसूची से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
(Some important facts related to the schedule)
|
परिसीमा अधिनियम की अनुसूची कितने भागों में विभाजित है?
|
3 भाग
|
परिसीमा अधिनियम की अनुसूची में कुल कितने अनुच्छेद (Articles) हैं?
|
137
|
अनुच्छेद (Articles) 1 से 113 तक किससे संबंधित हैं?
|
वाद (Suits)
|
परिसीमा अधिनियम की अनुसूची में अपील से संबंधित कौन-कौन से अनुच्छेद (Articles) हैं?
|
अनुच्छेद (Articles) 114 to 117
|
परिसीमा अधिनियम की अनुसूची में आवेदन (Applications) से संबंधित अनुच्छेद (Articles) कौन से हैं?
|
121–137
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किसी निर्णय के विरुद्ध सिविल न्यायालय में अपील दायर करने की सीमा अवधि क्या है (अनुच्छेद (Articles) 116)?
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90 दिन
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Article 137 किससे संबंधित है?
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न्यायालय में आवेदन
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निष्कासन से संपत्ति की वसूली (Recovery of possession of immovable property) के लिए सीमा अवधि क्या है (अनुच्छेद (Articles) 65)?
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12 वर्ष
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सरकारी संपत्ति की वसूली के लिए सीमा अवधि क्या है (अनुच्छेद (Articles) 112)?
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30 वर्ष
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अपील का अधिकार किस दिन से शुरू होता है? (अनुच्छेद (Articles) 114)
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आदेश की तामील से
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किसी अनुबंध के उल्लंघन के लिए सीमा अवधि क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 55)
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3 वर्ष
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डिक्री द्वारा घोषित अधिकार के बल पर अचल संपत्ति की पुनः प्राप्ति के लिए सीमा अवधि क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 136)
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30 वर्ष
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बकाया किराया (arrears of rent) की वसूली हेतु वाद की समयसीमा क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 52)
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3 वर्ष
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एक पंजीकृत बंधपत्र के अंतर्गत धन की वसूली के लिए समयावधि क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 62)
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3 वर्ष
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हस्ताक्षर किए गए वचनपत्र (promissory note) के आधार पर मुकदमा दायर करने की सीमा क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 35)
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3 वर्ष
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किसी निर्णय के विरुद्ध उच्च न्यायालय में अपील करने की समय सीमा क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 117)
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30 दिन
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रिवीजन (Revision) याचिका दायर करने की सीमा क्या है?
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परिसीमा अधिनियम में निर्दिष्ट नहीं है
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अंतरिम आदेश (interim order) को रद्द करने के लिए आवेदन की सीमा क्या है? (General Application - अनुच्छेद (Articles) 137)
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3 वर्ष
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जब ऋणदाता मृत्यु से पहले उधार दे और उधारकर्ता मृत्यु के बाद भुगतान न करे, तो सीमा कब से शुरू होती है?
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जब उत्तराधिकारी भुगतान से इनकार करे
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लेखा सम्बंधित वाद की अवधि कितनी होगी?
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3 वर्ष
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संविदा सम्बंधित अपराध की अवधि कितनी होगी?
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3 वर्ष
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घोषणा सम्बंधित वाद की अवधि कितनी होगी?
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3 वर्ष
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स्थावर संपत्ति के मोचन के लिए वाद की अवधि कितनी होगी?
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30 वर्ष
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जंगम संपत्ति सम्बंधित वाद की अवधि कितनी होगी?
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3 वर्ष
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अपकृत्य सम्बंधित वाद की अवधि कितनी होगी?
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1 वर्ष
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ऐसे वाद जिनके लिए कोई परिसीमा काल नहीं है, की अवधि कितनी होगी?
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3 वर्ष
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किसी उच्च न्यायालय में किसी डिक्री या आदेश की तारीख की अवधि कितनी होगी?
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90 दिन
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किसी अन्य न्यायालय में किसी डिक्री या आदेश की तारीख की अवधि कितनी होगी?
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30 दिन
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गलत भुगतान की वापसी के लिए मुकदमे की सीमा क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 24)
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3 वर्ष
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किसी संपत्ति के कब्जाधारी के खिलाफ स्वामित्व के अधिकार से वाद दायर करने की सीमा क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 65)
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12 वर्ष
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किसी न्यायालय के आदेश के विरुद्ध विशेष अनुमति याचिका (SLP) दायर करने की सीमा क्या है? (Supreme Court Rules के अनुसार)
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120 दिन
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विवाह को शून्य घोषित कराने हेतु वाद दायर करने की सीमा क्या है?
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1 वर्ष
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पुनः जाँच (review) आवेदन की सीमा अवधि क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 124)
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30 दिन
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अदायगी के लिए संपत्ति पर चार्ज लागू करने के लिए मुकदमा दायर करने की सीमा (Article 61)
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3 वर्ष
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अदालत द्वारा धारा 144 CPC के अंतर्गत प्रतिकर (restitution) के लिए आवेदन करने की सीमा (अनुच्छेद (Articles) 125)
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3 वर्ष
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संपत्ति के विभाजन के लिए मुकदमा दायर करने की समय-सीमा क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 110)
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12 वर्ष
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कोई व्यक्ति सरकार से मुआवजे (compensation) की मांग करता है जो कि गैरकानूनी कार्यवाही के कारण हुआ, तो वाद की सीमा क्या होगी?
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3 वर्ष
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किसी प्रतिभूति (surety) के विरुद्ध वाद दायर करने की सीमा क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 70)
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3 वर्ष
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किसी उत्तराधिकारी (legal representative) से संपत्ति वसूली हेतु वाद की सीमा क्या है? (अनुच्छेद (Articles) 109)
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12 वर्ष
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